पर्वतीय, बर्फ़ीले और हिमाच्छादित उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में युद्ध कौशल के विकास और उन्नयन के लिए उत्कृष्टता का केंद्र बनना।
उच्च तुन्गता पद्धति स्कूल (High Altitude Warfare School) की भूमिका पर्वतीय, बर्फ़ीले और हिमाच्छादित उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में युद्ध कौशल में अनुमोदित तकनीकों के विशेष प्रशिक्षण और प्रसार के लिए कार्य करना है।
भारतीय सेना के सैनिकों को निम्नलिखित कौशल विकसित करके उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में किसी भी मिशन को पूरा करने में सक्षम बनाने के लिए प्रशिक्षित करना।
चट्टान शिल्प चट्टान शिल्प उपकरण का ज्ञान और उपयोग, चट्टान पर चढ़ना, चट्टान पर हमला, नदी को पार करना, पर्वतीय इलाक़े मे जीवित रहने और घायल सैनिक की मदद।
हिम शिल्प युद्ध के भार के साथ स्कीइंग, स्की गश्त की तकनीक, हिमस्खलन संभावित क्षेत्रों को पार करना और हिमस्खलन बचाव, सर्दियों में जीवित रहने और बर्फ से घिरे क्षेत्रों में हताहतों की निकासी।
बर्फ़ शिल्प गहरी दरारों, बर्फ की दीवारों और हिमस्खलन प्रवण ढलानों से घिरे हिमाच्छादित क्षेत्रों को पार करना।