
लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चौहान, ए वी एस एम, वाई एस एम
1. लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चौहान, ए वी एस एम, वाई एस एम, नें दिसंबर 1987 को गोरखा राइफल्स (द मलौन रेजिमेंट) में कमीशन प्राप्त किया। आपको आतंकवाद, सीमा सुरक्षा, आपदा प्रबंधन और रक्षा संसाधन प्रबंधन का वृहद अनुभव है, साथ में अनेक प्रकार के कमान का अनुभव भी है, जिसमें सियाचिन ग्लेशियर में प्लाटून, ऑप विजय में कंपनी, कश्मीर में बटालियन, मणिपुर में माउंटेन ब्रिगेड, ऊपरी असम और अरुणाचल प्रदेश में माउंटेन डिवीजन और भूटान में विदेशी प्रशिक्षण दल के कमांडेंट एवं भारतीय सैन्य प्रशिक्षण टीम इत्यादि की कमान शामिल है।
2. जनरल ऑफिसर अविभाजित सूडान में गृह युद्ध के दौरान अशांत विलायत या पश्चिमी बहरेल ग़ज़ल और दक्षिण कोर्डोफ़ान प्रांतों में UNMIS (सूडान में संयुक्त राष्ट्र मिशन) में एक सेक्टर कमांडर भी रहे हैं। अपनी सेवा के दौरान जनरल ऑफिसर ने कई स्टाफ और निर्देशात्मक नियुक्तियां की हैं। इन्होंने इन्फैंट्री स्कूल (महू), सेना मुख्यालय के पर्सपेक्टिव प्लॉनिंग निदेशालय में निदेशक, एकीकृत रक्षा मुख्यालय में डी ए सी आई डी एस (उत्तर पूर्व) और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के ब्रिगेडियर जनरल स्टाफ के पद पर कार्य किया है। जनरल ऑफिसर को अतिविशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ कमेंडेशन (तीन बार - उत्तरी, पश्चिमी और प्रशिक्षण कमांड) और फोर्स कमांडर संयुक्त राष्ट्र मिशन (सूडान) कमेंडेशन से सम्मानित किया गया है।
3. जनरल ऑफिसर को नागरिक-सैन्य सहयोग के लिए दक्षिण कोर्डोफ़ान (सूडान), सेंट्रल इक्वेटोरिया (अब, दक्षिण सूडान) और अरुणाचल प्रदेश (भारत) के राज्यपालों से भी प्रशस्ति पत्र प्राप्त हुए हैं। कमांडेंट IMTRAT के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान जनरल ऑफिसर ने रॉयल भूटान सेना की पहली टुकड़ी के लिए संयुक्त राष्ट्र मिशन की तैनाती में सहायता और मार्गदर्शन किया और भूटान में राष्ट्रीय सेवा कार्यक्रम के कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा मॉड्यूल को लागू करने के लिए रोड मैप तैयार किया। इनके समर्पण और निस्वार्थ प्रयासों के लिए जनरल ऑफिसर को महामहिम - भूटान के राजा, चीफ ऑपरेशन ऑफिसर, रॉयल भूटान आर्मी और भूटान में भारत के राजदूत से भी प्रशंसा पत्र प्राप्त हुए है।
4. जनरल ऑफिसर को शिक्षण के प्रति अत्यधिक रूचि है और रक्षा संबंधी मुद्दों में उनका नियमित योगदान रहा है। इनके पास रक्षा अध्ययन और व्यवसाय प्रशासन में दो स्नातकोत्तर डिग्रीयाँ है। यह भारत के सबसे पुराने थिंकटैंक, द यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (यू एस आई) में सीनियर रिसर्च फेलो भी रहे हैं जहां उनके द्वारा लिखित अत्यधिक प्रसिध्द पुस्तक – चाइनीस स्ट्रेटेजिक बिहेवियर प्रकाशित हुई है।
5. जनरल ऑफिसर का विवाह श्रीमती रूपा चौहान से हुआ है और दंपति की एक बेटी, सुश्री ऐश्वर्या चौहान है। श्रीमती रूपा चौहान को शिक्षा के क्षेत्र में छब्बीस वर्षों का अनुभव हैं और वर्तमान में वह गुरुग्राम के प्रमुख स्वीडिश स्कूल, कुनस्काप्सस्कोलन इंटरनेशनल की प्रमुख हैं। उनकी बेटी सुश्री ऐश्वर्या चौहान भारत सरकार की राष्ट्रीय निवेश संवर्धन और सुविधा एजेंसी, इन्वेस्ट इंडिया में कार्यरत हैं।
6. लेफ्टिनेंट जनरल संजीव चौहान, ए वी एस एम, वाई एस एम, ने जून 2022 को कमांडेंट, अफसर प्रसिक्षण अकादमी, चेन्नई का पदभार ग्रहण किया है।