मुख्यालय महाराष्ट्र, गुजरात एवं गोवा एरिया
1. सन् 1675, ब्रिटिश गवर्नर गेराल्ड औगिएर ने ईस्ट इंडिया कम्पनी की ओर से पुर्तगालियों के कोलाबा और ओल्ड वमुन लैंड (लिटिल कोलाबा) पर कब्जा कर लिया । उसके बाद कोलाबा को पूरी तरह से सैन्य उद्देश्य के लिए आरक्षित किया गया तथा इसके बाद इसने एक सैन्य स्टेशन के रूप में अपना इतिहास शुरू किया ।
2. 1770 के दौरान बीमार सैनिकों के लिए द्वीप का उपयोग स्वास्थ रिसॉर्ट के रुप में किया जाता था । यह चारों और समुन्द्र से घिरा हुआ एक बहुत ही अच्छा स्थान माना जाता था । इसमें बनाई गई इमारतों को बीमार बंगला कहा जाता था लेकिन अब इसे आईएनएचएस अश्विनी के नाम से जाना जाता है।
3. क्षेत्र मुख्यालय का सैन्य इतिहास 18 वीं शताब्दी का है जब मुंबई में एक तटीय तोपखाने की बैटरी स्थित थी । बॉम्बे के कोलाबा में 25 जनवरी 1889 में ट्रुप्स और प्रशासनिक कार्यों के लिए एक फॉर्मेशन मुख्यालय की स्थापना की गई थी । इस फॉर्मेशन का नाम बॉम्बे डिस्ट्रीक्ट रखा गया एवं इसके पहले कमान्डर ब्रिगेडीयर जनरन डब्ल्यूटी बुडेन, डीएसओ थे ।
4. वर्ष 1900 के दौरान कुछ मुख्य जिम्मेदारियॉं मुख्यालय को सौप दी गई और 10 अक्टूबर 1900 को इसका नाम बदलकर बॉम्बे ब्रिगेड कर दिया गया । मुख्यालय के कमाण्ड पद को अपग्रेड कर दिया गया और मेजर जनरल एजी ग्रीघ, सीबी इसके पहले जीओसी बने थे ।
5. स्वतंत्रता के पश्चात, मेजर जनरल डी एस बराड़, ओबीई ने मुख्यालय के पहले जीओसी के रूप में पदभार संभाला था । 01 मई 1960 को महाराष्ट्र और गुजरात राज्यों में विभाजन के परिणामस्वरूप इस मुख्यालय का नाम बदलकर मुख्यालय महाराष्ट्र और गुजरात एरिया कर दिया गया । गोवा राज्य को 09 फरवरी 2004 से एम जी एरिया के अधिकार क्षेत्र में रखा गया और उसके बाद मुख्यालय महाराष्ट्र एवं गुजरात एरिया को मुख्यालय महाराष्ट्र, गुजरात एवं गोवा एरिया के रुप में नामित किया गया ।