इक्वाइन ब्रीडिंग स्टड, हिसार

इतिहास
 
इक्वाइन ब्रीड़िंग स्टड (ई बी एस) हिसार की स्थापना चीनी आक्रमण के पश्चात 19 दिसंबर 1964 को की गई थी ताकि भारतीय सेना की पशु परिवहन संबंधी जरुरत को पूरा किया जा सके। इसे लगातार पाँच वर्षों  (1998-2002) तक सर्वश्रेष्ठ स्टड ट्रॉफी हासिल करने का अनूठा गौरव हासिल है।
 
कृत्रिम गर्भाधान :- इस स्टड में कृत्रिम गर्भाधान जून 2002 से शुरु किया गया तथा इससे फर्टिलिटी प्रतिशत में सराहनीय परिणाम सामने आए हैं। ब्रीडिंग ऑपरेशनों की किस्में:-
 
(क) हॉर्स ब्रीडिंग

(i) ब्रेड सेल के माध्यम से

(ii) हनोवेरियन सेल

(iii) ट्रूपर सेल

(iv) स्पोटर्स सेल (इवेंटर, ड्रेसेज, जंपर एन्ड्युरेस, पोलो)

 

ई बी एस हिसार का गौरव

दौड़ते हुए घोड़े
 
(ख)    स्टालियन एवं घोड़ियाँ की नस्लें
 
(i)    हॉर्स ब्रीड़िंग : हनोवेरियन, अरबी , ग्रे हॉर्स, नोरिकर नस्लें
 
(ii)    म्यूल ब्रीडिंग घोड़ियाँ :नोरिकर, शीत रक्त यूरोपियन नस्लें
 
(iii)    गधों की ब्रीडिंग:फेंस
 

यंग स्टॉक खच्चर

 

ब्रीडिंग स्टॉक