
भूमिका

रिमाउंट ट्रेनिंग स्कूल एवं डिपो श्रेणी ‘ए’ स्थापनाएं हैं जिनकी निम्नलिखित भूमिका हैं:-
इक्वाइन ब्रीडिंग स्टड्स से घोड़ों एवं खच्चरों का यंग स्टॉक हासिल करना।
देश के भीतर एवं विदेश से खरीदे गए घोड़े एवम खच्चर हासिल करना।
युवा स्टॉक को परिपक्व होने तक पालना।
यूनिटों का विघटन होने पर यदि कोई सरप्लस पशु हैं तो उन्हें हासिल करना।
आवश्यकता के आधार पर घोड़ों का ट्रूपर एवं विशेषज्ञ घोड़ों के रुप में प्रशिक्षित करना।
समय-समय पर आवश्यकतानुसार कोच घोड़ों को प्रशिक्षित करना।
खच्चरों को पूर्णत: प्रशिक्षित स्तर तक प्रशिक्षण प्रदान करना।
पशु रखने वाली सभी यूनिटों एवं पी बी जी को प्रशिक्षित घोड़े एवं खच्चर प्रदान करना।
पुलिस, अर्धसैनिक बलों एवं मित्र देशों को प्रशिक्षित घोड़ों की बिक्री करना।
सेना मुख्यालय जी एस होल्ड करना एवं प्रशिक्षित पशुओं का रिजर्व बरकरार रखना।
सेना मुख्यालय के नीति निर्देशों के अनुसार ब्रीडिंग ऑपरेशन चलाना।
डिपो के प्राधिकृत पशुओं के लिए पौष्टिक इक्वाइन चारा उगाना।
किफायती खेती के लिए बीज तैयार करना एवं उन्हें संरक्षित रखना।
छह माह की उम्र तक पिल्लों को पालना एवं आवश्यकता होने पर उन्हें आगे के प्रशिक्षण हेतु आर वी सी सेंटर एवं कॉलेज भेजना।
शेल्टर कास्ट एवं बोर्ड आउट किए गए घोड़ों /खच्चरों को आश्रय देना।
रिमाउंट प्रशिक्षण स्कूल एवं डिपो, हेमपुर
हेमपुर ऊधमसिंह नगर जिले में जिम कॉर्बेट पार्क के उत्तर में तराई के जंगलों की सीमा पर स्थित है तथा यह काशीपुर से 13 कि0मी0 एवं रामनगर से 21 कि0मी0 की दूरी पर स्थित है। आर टी एस एंड डी, हेमपुर की स्थापना कर्नल पी एल नेगी, ए वी एस एम कमांडेंट के नेतृत्व में 01 मार्च 1966 को की गई थी। स्थापना का कार्य 31 दिसम्बर 1971 को पूरा हो गया। इस डिपो के अधीन 4015.78 एकड़ भूमि है जिसे उत्तर प्रदेश राज्य मैकेनाइज्ड फार्म से अधिगृहीत किया गया है। यह श्रेणी ‘ए’ संस्थान है जो एकीकृत मुख्यालय , रक्षा मंत्रालय (सेना) के प्रत्यक्ष नियंत्रण में कार्य करता है। 1987 के दौरान ब्रीडिंग बेस के विस्तार के साथ इस डिपो में ब्रीडिंग गतिविधियों की शुरुआत की गई।




