इतिहास

1.    मिलिट्री इंटेलिजेंस ट्रेनिंग स्कूल की स्थापना मेजर जे कैम्पबेल द्वारा २० जन १९४१ को कराची के होटल किल्लार्नी में की गई थी, जहाँ इंटेलिजेंस का पहला कोर्स ०१ फेब्रुअरी १९४१ से चलाया गया, जिसमें २० स्टूडेंट ऑफिसर्स ने भाग लिया. तत्पश्चात जुलाई १९४७ में इंटेलिजेंस कोर्प्स स्कूल एवं डिपो को कराची से मुर्री स्थानांतरित कर दिया गया.


2.    आजादी के बाद, इंटेलिजेंस स्कूल का भारतीय भाग, मुर्री से रावलपिंडी और सिआलकोट होते हुए अम्बाला पहुंचा. शुरू में इंटेलिजेंस स्कूल को अम्बाला से लखनऊ स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया, परन्तु बाद में इसे बदलकर महू (मध्य प्रदेश) कर दिया गया. इस प्रकार ०१ नवम्बर १९४७ के दिन स्कूल को अम्बाला से महू स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया. जिसके बाद सितम्बर १९५२ में, स्कूल को दोबारा महू से पुणे अपने वर्तमान जगह पर स्थापित कर दिया गया. 


3.    दिसम्बर १९८३ में, संसथान को मिलिट्री कॉलेज ऑफ़ इंटेलिजेंस एवं डिपो नाम दिया गया, जिसे बाद में २९ फेब्रुअरी १९८४ के दिन बदलकर मिलिट्री इंटेलिजेंस ट्रेनिंग स्कूल एवं डिपो कर दिया गया.