
1. मद्रास क्षेत्र का उत्थान:
15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता दिवस पर मद्रास क्षेत्र का गठन हुआ । मेजर जनरल एस एम श्री नागेश (बाद में सेना प्रमुख) इस क्षेत्र की कमान संभालने वाले पहले भारतीय अधिकारी थे । बाद में गैरीसन को मद्रास उप क्षेत्र के रूप में पुन: नामित किया गया । 1974 में उसे ए टी एन के और के क्षेत्र के रूप में पुन: नामित किया गया तथा इसके अधीन तीन उप क्षेत्रों तमिलनाडु और केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश का गठन हुआ ।
2. ए टी एन के और के जी क्षेत्र का पुनः पदनाम :-
ए टी एन के और के क्षेत्र को 12 अक्टूबर 1983 को ए टी एन के और के जी क्षेत्र के रूप में फिर से नामित किया गया था जिसके परिणामस्वरूप दो उप क्षेत्रों आंध्र प्रदेश उप क्षेत्र और कर्नाटक एवं केरल उपक्षेत्र के साथ अपने अधिकार क्षेत्र के तहत गोवा के केन्द्र शासित प्रदेश की नियुक्ति हुई थी । तमिलनाडु उप क्षेत्र जो 1974 से अस्तित्व में था उसको 1988 में भंग कर दिया गया था । 09 फरवरी 2004 को, गोवा राज्य को एम जी और जी क्षेत्र में से फिर से स्थापित किया गया था और क्षेत्र मुख्यालय को ए टी एन के और के क्षेत्र के अपने पिछले पदनाम में वापस कर दिया गया था ।
3. दक्षिण भारत क्षेत्र के रूप में वर्तमान पदनाम :-
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के रूप में आंध्र प्रदेश के विघटन के बाद 13 जनवरी 2015 को ए टी एन के और के क्षेत्र को पुनः दक्षिण भारत क्षेत्र (डी बी क्षेत्र) के रूप में फिर से नामित किया गया तथा इसके अन्दर आंध्र प्रदेश तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल तथा केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी, लक्ष्यद्वीप और छोटे द्वीप समूह को शामिल किया गया ।