नागरिक प्राधिकरन को सहायता

1.    ऐतिहासिक भूमिकाः  कमान अपनी जिम्मेदारी के क्षेत्र में बड़ी आपदाओं और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान नागरिक प्राधिकरण की सहायता में सक्रीय रुप से शामिल रही है जिसमें 1960 में सातारा (महाराष्ट्र) के पास कोयना में भूकंप, 1961 में खडकवासला बांध का फटना, 1995 में लातूर और 2001 में भूज में भूकंप के दौरान सहायता तथा राहत प्रदान की एवं 2004 की सुनामी में बाढ़ बचाव और राहत अभियान चलाया. हाल के वर्षों में कुछ प्राकृतिक आपदाओं में दक्षिणी कमान के सैनिकों ने प्रमुख भूमिका निभाई, इनमें चेन्नई बाढ़ – 2015, गुजरात और राजस्थान बाढ़ – 2017 और केरल बाढ़ – 2018 शामिल है

 

 

 

2.    ऑपरेशन वर्षा – 21: अभूतपूर्व बारिश और विभिन्न नदियों के उफान के कारण रत्नागिरी, कोल्हापुर, सांगली और महाराष्ट्र के अन्य जिलों के कई इलाके जलमग्न हो गए  नागरिक प्रशासन के अनुरोध पर, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय लोगों की सहायता के लिए दक्षिणी कमान ने बाढ़ राहत और बचाव दल के तौर पर जलमग्न क्षेत्रों में फसें स्थानीय ग्रमीणों को बचाने और जलमग्न क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने में 15 दल शामिल थे  प्रभावित क्षेत्रों से 100 से अधिक लोगों को सुरिक्षत स्थानों पर पहुंचाया गया

 

 

3.    ऑपरेशन पलक्कड़ः   एक साहसी मिशन में दक्षिण कमान के अधीन मद्रास रेजिमेंटल सेंटर और पैरा रेजिमेंटल ट्रेनिंग सेंटर की टीमों ने केरल के मलमपुझा पहाड़ों में एक खड़ी खाई में फंसे हुए ट्रेकर श्री बाबू को निकलाने के लिए एक शानदार बचाव अभियान चलायाजब स्थानीय प्रशासन द्वारा बचाव के प्रयास, सफल नहीं हो सके तो राज्य सरकार द्वारा भारतीय सेना की मांग की गई. सेना विशेषज्ञ दल स्थान पर पहुंचे और 09 फरवरी 2022 की पहली रोशनी होते ही बचाव अभियान शुरु किया. अंत में, 09 फरवरी 2022 को लगभग 10:15 बजे सेना विशेषज्ञ दल ने ट्रेकर को सुरक्षित और स्वस्थ पूर्वक निकाला.

 

 

4.    ऑपरेशन विस्फोटक मुक्त बंदरगाहः ऑपरेशन विस्फोटक मुक्त बंदरगाह जिसमें 1600 मीट्रिक टन गैर-विस्फोटित आयुध का निपटान शामिल था, जिसे संभवतः पिछले कुछ वर्षों में मुबई, गुजरात, कानपुर, जयपुर और जोधपुर में कई स्थानों पर स्थित कुछ कारखानों और स्टील स्क्रैप यार्ड द्वारा अनजाने में एकत्र किया गया था. भारतीय सेना ने रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर ऑपरेशन शुरु किया, जो चिन्हित स्थानों में और उसके आस-पास से सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिया था.