साहसिक गतिविधियां

डिफेस एक्सपो में इंजीनियर कोर की महिला अफ़सर अचीवर का सम्मान:      11-14 अप्रैल 2018 में, चेन्नई में एस अई डी एम द्वारा डिफेस एक्सपो 2018 में सेमिनार आयोजित किया। मेजर नेहा भटनागर, वीएसएम और तीन अन्य महिला अफ़सरो को 11 अप्रैल 2018 को माननीय रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीता रमन द्वारा “रक्षा सेवाओं की महिला अचीवर के लिए यशस्विनी ट्रॉफी” सम्मानित किया गया। मेजर नेहा भटनागर, वीएसएम और मेजर नम्रता राठौर, वीएसएम पहले माउंट एवरेस्ट पर सफलतापूर्वक चढ़ाई कर चुकी है, और मेजर शिखा भद्रुरिया और मेजर राज चौधरी ने भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व करते हुए शूटिंग में राष्ट्रीय खेल में  बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

  

माउंट स्टोक कांग्री के लिए संयुक्त भारतीय सेना पर्वतीय अभियान

मेजर पुष्पा जोशी (ई 1 सी), ई-इन-सी शाखा और मेजर उषा कुमारी जीई (ए / एफ) फरीदाबाद ने माउंट स्टोक कांगरी केलिए संयुक्त भारतीय सेना पर्वतीय अभियान में भाग लिया। यह अभियान 04 जनवरी से 15 जनवरी 2018 तक कराकोरम रेंज में आयोजित किया गया।
  
 
  
मारुति सुजुकी डेज़ट् स्टोर्म कार रैली 2018:      मारुति सुजुकी डेज़ट् स्टोर्म कार रैली 2018 आयोजन 17 मार्च से 23 मार्च 2018 तक बीकानेर से जैसलमेर के बीच किया गया।  4 इंजीनियर रेजिमेंट और 234 आर्मर्ड इंजीनियर रेजिमेंट कोर का प्रतिनिधित्व किया। 234 आर्मर्ड इंजीनियर रेजिमेंट ने सेना की टीमों में से पहला स्थान प्राप्त किया और कुल 32 टीमों में से छठे स्थान पर रही। 4 इंजीनियर रेजिमेंट सेना की टीमों में तीसरी स्थान पर रही और अपनी श्रेणी में नवां समग्र रूप से नवां स्थान हासिल किया।
 

  

पीएचडी चैम्बर महिला कार रैली 2018:

पीएचडी चेम्बर महिला कार रैली आयोजन 30-31 मार्च 2018 को दिल्ली से जयपुर के बीच में किया गया और इनकी थीम थी "महिला सशक्तिकरण का पहिया” । 19 इंजीनियर रेजिमेंट और जीई (यूटिलिटी) दिल्ली के महिला अफ़सरो ने इंजीनियर कोर का प्रतिनिधित्व किया। कैप्टन यशू सिंह, जीई (यू) दिल्ली कैंट ने अपनी श्रेणी में तीसरे स्थान प्राप्त किया और मेजर कोमल परीहार, 19 इंजीनियर रेजिमेंट ने अपनी श्रेणी में चौदहवां स्थान प्राप्त किया ।
 

  

आर्मी ओशन सैलिंग अभियान 2018 मुंबई से मिनी कोय और वापसी:

(ए)     मुंबई से मिनीकोय और वापसी आर्मी ओशन सैलिंग अभियान 06 मार्च से 13 अप्रैल 18 तक किया गया । यह अभियान एमटी निदेशालय / एएडब्ल्यू और दक्षिण कमान मुख्यालय के तत्वावधान आयोजित किया गया और इस कार्यक्रम के सफल आयोजन केलिए जिम्मेदार नोडल एजेंसी सीएमई पुणे थी। टीम को जीओसी एमजी और जी एरीया लेफ्टिनेंट जनरल विश्वभार सिंह, एवीएसएम, वीएसएम, द्वारा मार्वे तट से रवाना किया गया था।
 
(बी)     इस अभियान दल में सभी सेनाओं और शाखाओं के सदस्य शामिल थे। इस अभियान में कुल अठारह ऑफ, तीन जेसीओ और चौदह अन्य रैक शामिल थे और इनके साथ ग्राउण्ड् सपोर्ट स्टाफ़ के तौर पर आठ अतिरिक्त कार्मिक और चार सीबोर्ड बोटस भी थे। इस अभियान का नेतृत्व मुंबई से कोच्चि तक ए ए एन सी ब्लू वाटर सेलिंग अफ़सर लेफ्टिनेंट कर्नल एम के भट्टाचार्य, ने किया। कोच्चि से मिनिकॉय और मुंबई में वापस अभियान के आगे के पैरों का नेतृत्व सीएमई पुणे के लेफ्टिनेंट कर्नल करुणकरन ए ने किया था। इससे आगे कोच्चि से मिनिकॉय और वापस मुंबई तक अभियान का नेतृत्व सीएमई पुणे के लेफ्टिनेंट कर्नल करुणकरन ए द्वारा किया गया। इस अभियान को लेफ्टिनेंट जनरल माइकल मैथ्यूज, वीएसएम **, कमांडेंट सीएमई, पुणे द्वारा रवाना किया गया था।
 
(सी)     आर्मी एडवेंचर नोडल सेंटर, मार्वे का यह पहला बड़ा ओशन सैलिंग अभियान है। यह अभियान सैलिंग कर मिनिकॉय तक गया, जोकि लक्षद्वीप द्वीपों का अंतिम दक्षिणी द्वीप है।