इतिहास

ए पी एस की स्थापना 1856 में की गई जब पहला एफ पी ओ ब्रिटिश अभियान बल के साथ पर्सिया गया। प्रथम विश्व युद्ध तक अभियान बलों के साथ जाने के लिए सेना द्वारा डाक विभाग से एफ पी ओ की मांग की जाती रही। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एफ पी ओ चलाने के लिए डाक एवं तार विभाग से योधियों के रूप में स्वयंसेवी लिए जाते थे। 1947 में, जब भारतीय सैन्य बलों को जम्मू-कश्मीर भेजा गया था उनमें से कुछ कार्मिक, जो जापान में आधिपत्य बलों (ऑक्युपेशन फोर्स) बलों के साथ रह गए थे, उन्हें सैनिकों को डाक सेवा मुहैया कराने के लिए भेजा गया। यह समूह वर्तमान सेना डाक सेवा में बदल गया।

शुरुआत में यह संगठन ए एस सी से संबद्ध था। मार्च 1972 में, ए पी एस का गठन एक पृथक कोर के रूप में किया गया। 

आजादी से पूर्व की घटनाएं

1856

ब्रिटिश अभियान बल के साथ पर्सिया जाने के लिए पहले एफ पी ओ का गठन किया गया।

1867

विभिन्न एफ पी ओ के बीच इंटर एफ पी ओ डाक का आदान-प्रदान, डाक-खर्च रहित डाक के रूप में हुआ।

1882

भारत के भीतर नियमित एफ पी ओ।

1914

प्रथम विश्व युद्ध, सेना डाक सेवा ने युद्ध में भाग लिया और विभिन्न बलों के साथ 1923 तक कार्य करना जारी रखा।

1941

क्यू एम जी शाखा में सेना डाक निदेशालय C/O 56 ए पी ओ का गठन किया गया।

1946

कामटी में सेना डाक सेवा केंद्र का गठन किया गया।

आजादी के बाद की घटनाएं

1947

नई दिल्ली में 1 सी बी पी ओ का गठन किया गया।

1964

कोलकाता में 2 सी बी पी ओ का गठन किया गया।

1969

एस डी एस को ए पी एस को सौंप दिया गया।

1970

डाक टिकट संग्रह ब्यूरो ने 18 जुलाई 1970 से ए पी एस में कार्य करना शुरु किया। ये सशस्त्र बलों के कार्मिकों और उनके परिवारों की जरूरतें पूरा करने के लिए 1 सी बी पी ओ और 2 सी बी पी ओ में कार्य कर रहे हैं। यह ब्यूरो ”56 ए पी ओऔर “99 ए पी ओद्वारा किए गए स्पेशल कवर का विशेष काट-चिह्न है।

1972

ए पी एस कोर स्वतंत्र कोर के रूप में बनकर सामने आया।

1975

ए पी एस ने रक्षा सेवा के बीमाधारियों से संबंधित डाक जीवन बीमा कार्य को डी डी पी एल आई कलकत्ता से अपने हाथ में ले लिया। 

1978

फील्ड डाक घर के माध्यम से रक्षा सेवा कार्मिकों को डाक घर बचत बैंक सुविधाएं पूरी तरह शुरु की गईं।

1990

ए पी ओ टेली सेंटर का ऑटोमेशन शुरु किया गया।

1994

ए पी एस में स्पीड पोस्ट की शुरुआत की गई। डाक विभाग की समयबद्ध एवं गारंटीड सेवा अब एफ पी ओ में उपलब्ध है। सभी एफ पी ओ 157 राष्ट्रीय स्पीड पोस्ट केंद्रों से जुड़े हुए हैं। स्पीड पोस्ट सामान गंतव्य स्थानों पर हवाई जहाज द्वारा भेजे जाते हैं।

1995

मनी ऑर्डर इलेक्ट्रॉनिक रूप से भेजने के लिए 1995 में 1 सी बी पी ओ में और 1996 में 2 सीबी पी ओ में वी एस ए टी (वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल) की शुरुआत की गई।

1999

इस वर्ष के दौरान डाक विभाग की प्रीमियम सेवा एक्सप्रेस पार्सल पोस्ट की शुरुआत की गई। यह पार्सल भेजने का तेज, कर्म खर्चीला और गारंटीड तरीका है।   

2004

  1.     डाक विभाग से सी बी पी ओ स्तर तक ई-पोस्ट सेवा की शुरुआत की गई।
  2.     ए पी एस कोर का ए पी एस विजन पर्सपेक्टिव प्लान। इस विजन में ए पी एस मितव्ययता के साथ चलाए जाने वाला ऐसा संस्थान होगा जो भारतीय सेना की सभी फॉर्मेशनों एवं यूनिटों को डाक सेवाओं, वित्तीय सेवाओं, एस डी एस और लॉजिस्टिक सपोर्ट की विस्तृत रेंज प्रदान करेगा। यह उपभोक्ताओं की पूर्ण संतुष्टि के लिए उपलब्ध प्रौद्योगिकी और सुप्रशिक्षित कार्मिकों का प्रयोग करेगा।

2005

  1.     डाक विभाग ने ए पी एस में प्रयोग के लिए भारत में सभी सेना यूनिटों के लिए पिन ब्लॉक आबंटित किए। ए पी एस में पिन कोड स्कीम की शुरुआत की गई ताकि एफ पी ओ और सी बी पी ओ डाक एवं अन्य प्रौद्योगिकी आधारित उत्पाद एवं सेवाएं सफलतापूर्वक  सैनिकों को उपलब्ध करा सकें।
  2.     पिन ब्लॉक “9” ए पी एस ऑपरेशनों के लिए आबंटित किया गया। यूनिटों एवं स्टेशनों की पहचान विशेष पिन पहचान चिह्न से की जाने लगी।
  3.     फील्ड डाक घर में एम पी सी एम की शुरुआत की गई।
  4.     चुनिंदा एफ पी ओ में डाक घर बचत बैंक संबंधी कार्यों को कम्प्युटराइज्ड किया गया।

2007

  1.     फील्ड पोस्टल ऑर्डर, सैनिकों की धन प्रेषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने की एक कम खर्चीली धन प्रेषण सुविधा की शुरुआत की गई ताकि सैनिकों के सामने आने वाली मुश्किलों को कम किया जा सके और उन्हें आसान धन प्रेषण सुविधा प्रदान की जा सके।

2008

  1.     22 फरवरी 2008 से पैक पोस्ट की शुरुआत की गई।
  2.     07 अप्रैल 2008 से लाइब्रेरी पोस्ट की शुरुआत की गई।
  3.     15 मई 2008 से ए पी एस में ई-पोस्ट सेवा की शुरुआत की गई।

2009

  1.     28 जनवरी 2009 से स्पीड पोस्ट लिफाफों की शुरुआत की गई।
  2.     01 मई 2009 से एक्सप्रेस पार्सल पोस्ट की शुरुआत की गई।
  3.     06 अगस्त 2009 से लाइब्रेरी पोस्ट 'प्राप्ति पर भुगतान' की शुरुआत की गई।  
  4.     24 अगस्त 2009 से इलेक्ट्रॉनिक मनी (eMO) की शुरुआत की गई।

2010

  1.     27 जनवरी 2010 से सभी ई-पोस्ट केंद्रों/ एस बी पी ओ/ सी बी पी ओ में स्पीडनेट की शुरुआत की गई।

2011

  1.     02 मई 2011 से 'डेबिट आर्मी ई-पोस्ट' की शुरुआत की गई।
  2.     13 मई 2011 से फ्लेट रेट पार्सल (घरेलू) की शुरुआत की गई।  

2012

  1.      विशेष अवसरों के लिए जनवरी 2012 में 'माई स्टैम्प' सुविधा की शुरुआत की गई।
  2.      10 जनवरी 2012 से 'मोबाइल एफ पी ओ' सुविधा की शुरुआत की गई।
  3.      03 अक्तूबर 2012 से 'माई स्टैम्प रिटेल' की शुरुआत की गई जिसका लाभ किसी भी एफ पी ओ से लिया जा सकता है।

2013

  1.      10 मई 2013 से डेबिट आधार पर सरकारी कनसाइनमेंट की बुकिंग के लिए ‘डेबिट आर्मी पोस्ट लॉजिस्टिक्स’ की शुरुआत की गई।

2017

  1.      विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर ए पी एस कोर का आकार छोटा किया गया।

2018

ए पी एस में बचत बैंक और डाक जीवन बीमा की सेवाएं बंद कर दी गईं और क्रमश: फिनेकल एवं मैककैमिश पर स्थानांतरित कर दी गईं। आकार छोटा करने की कवायद में ए पी एस में न्यूज पेपर सेंटर एन पी सी) को भी बंद कर दिया गया। सिविल डाक घर के माध्यम से इन सेवाओं का लाभ उठाया जा सकता है।