विश्व कीर्तीमान अभियान : 2012
1. स्कूल ऑफ आर्टिलरी ने “पावर्ड हार्नेस ग्लाइडिंग पर गंगानगर से उदयपुर तक राजस्थान की पूरी लंम्बाई के साथ 800 किमी की दुरी तय करने का एक अनूठा अभियान चलाया । इस अभियान का नेतृत्व कर्नल संजीव जरियाल और प्रभारी अधिकारी, एएएनसी (एचसी) मेजर रमन मिश्रा ने किया इनकी टीम में नायब सुबेदार परमजीत सिंह, हवलदार मंगल देब बरमा, नायक गुरमीत सिंह, नायक एके सिंह, लांन्स नायक रविंदर सिंह, लान्स नायक ए सेल्वम, लान्स नायक संजीव कुमार और गनर पीके प्रधान भी शामिल थे । पायलट अपने हैग ग्लाइडर को विशेषहार्नेस से प्रवाहित करते है जो कि 120CC.15 HP मोटर और एक कार्बन ग्रफाइट प्रोपेलर से संचालित थे । विशेष हार्नेस से पायलटो को हवा की स्थिति के आधार पर कई घंटो तक 70 किमी प्रति घंटे की गति से जमीन और क्रुज के घंटे स्पष्ट पैच से उड़ान भरने मे सक्षम बनाया ।
2. 17 फरवरी 2012 को बीकानेर से जोधपुर के दुसरे चरण मे नायब सुबेदार परमजीत सिंह ने पावर्ड हार्नेस ग्लाइडर्स श्रेणी मे घोसित लक्ष्य तक विना रुके उड़ान के लिए विश्व कीर्तीमान बनाया । उन्होने बीकानेर से 314 किलोमीटर की दुरी सैडरव, राजस्थान छह घंटे मे विना इंधन भरने की । यह एयरो क्लब ऑफ इंडिया के प्रतिनिधियों की गहरी नजर में हॉंसिल कियागया था । यह कीर्तीमान विश्व मे एयरो क्लब ऑफ इंडिया के लिए इस श्रेणी मे पहला कीर्तीमानहै । जिसे फेडरेशन ऑफ एरोनोटिक इंटरनेशनल (एफ ए आई) मान्यता दी है । सभी विमान संबंधित विश्व रिकार्डो केा नियंत्रित करने वाली अन्तरराष्ट्रीय संस्था, लिम्का बुक ऑफ रिकार्डस ने भी उपलब्धि को राष्ट्रीय कीर्तीमान के रुप में मान्यता दी है इसे रिकार्ड बुक के संस्करण मे अपडेट किया गया ।
दुसरा विश्व कीर्तीमान अभियान : 2018
3. स्कूल ऑफ आर्टिलरी 465.33 किलोमीटर की दुरी तय करते हुए सूरतगढ़ से बाडमेर तक पावर्ड हार्नेस हैग ग्लाइडिंग पर अपना दुसरा विश्व कीर्तीमान स्थापित किया। इस अभियान का नेतृत्व कर्नल परविंदर सिंह और लेफ्टिनेंट कर्नल नील किशन, प्रभारी अधिकारी, एएएनसी, देवलाली की टीम के साथ किया । पॉंच अधिकारी, एक जेसीओ और १४ जवान की टीम के साथ किया । टीम का चयन स्कूल ऑफ आर्टिलरी देवलाली द्वारा प्रशासित नोडल सेंटर द्वारा किया गया था । आम तौर पर संचालित हैग ग्लाइडिंग मे लगभग 100 किलोमीटर की दुरी के लिए सहनशक्ति होती है, लेकिन टीम मे से एक सदस्य हवलदार (अब नायब सुबेदार) संजीवकुमार,एक गनर फ्लायर ने इसे 465.33 किलोमीटर की दुरी तक बढ़ाया इसक प्रकार अपने स्वयं के प्रशिक्षक नायब सुबेदार परमजीत सिंह द्वारा बनाये गए पिछले विश्व कीर्तीमान को तोड दिया और एक नया विश्व कीर्तीमान स्थापित किया ।