इतिहास

 

दक्षिण पश्चिमी कमांड की स्थापना औपचारिक रूप  से 15 अप्रैल 2005 को हुई थी और 15 अगस्त 2005 को जयपुर सैन्य स्टेशन के गौथिक लाइन्स में सक्रिय रूप से कार्य करना प्रारम्भ हुआ। इस स्थापना समारोह के मौके पर कमान के ध्वज को जनरल अफसर कमाडिंग-इन-चीफ द्वारा फहराया गया था। दक्षिण पश्चिमी कमांड़ हेडक्वार्टर आज एक नव निर्मित भव्य भवन में स्थित है, इस कमांड में 1 कोर, 10 कोर तथा 61 सब एरिया शामिल हैं।

OUR EMBLEM

सेवन प्वाइंट स्टार

कमान  के प्रतीक चिन्ह में कमान के तमाम कार्यों और सिद्धांतो का विवरण समाहित है। इसमें एक चांदी की धारी है जो कि कमान की तीव्र प्रतिक्रिया को दर्शाती है। बीच में सात नुकीली किनारों वाला सितारा है जो भारतीय सेना की सातवीं कमांड के साथ-साथ सूचनाओ पर तुरंत प्रतिक्रिया कर सुनिश्चित सर्वदा विजय का संदेश देता है।

प्रतीक चिन्ह निम्न तथ्यों को दर्शाता है

  • एनबीसी पृष्ठभूमि युद्ध के समय सभी आर्म्स और सर्विसेज का बेहतर तालमेल के साथ लडाई लडना।

  • रक्षा विभाग के सभी अंगों के साथ सही तालमेल, आपसी भरासा, एक दूसरे की कमी को पूरा करते हुए आगे बढना ही युद्ध में विजय के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।

  • अग्रसक्रिय, आपसी कुशल कार्यबल तथा तालमेल और युद्ध सूचना केंद्र की लडाई के वक्त कार्यवाही।